शहर और गांवों में मलेरिया-डेंगू के खिलाफ फॉगिंग तेज की जाए. स्वास्थ्य विभाग सख्ती से  करे निगरानी: उपायुक्त डॉ. विरेंदर कुमार दहिया

admin  4 days, 13 hours ago Top Stories

-सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है डेंगू-मलेरिया की मुफ्त जांच और इलाज
-मच्छर जनित बीमारियों से जंग तेज, हर घर की जिम्मेदारी है सफाई
-जागरूकता ही बचाव का सबसे सशक्त हथियार
-हर रविवार ड्राई-डे: गमलों, कूलरों और छतों पर जमा पानी हटाना ज़रूरी
-डीसी और सीएमओ की जनता से अपील: मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया को मिलकर हराये

 PANIPAT AAJKAL ,14 अक्टूबर। जिला सचिवालय में मंगलवार को उपायुक्त डॉक्टर विरेंदर कुमार दहिया ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से भविष्य में कैसे निपटा जाए इस पर गंभीरता पूर्वक समीक्षा बैठक की। बैठक में घातक नशे को लेकर सख्ती से पेश आने के भी निर्देश उपायुक्त ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिए। उपायुक्त ने संबंधित विभाग को ज्यादा से ज्यादा चालान करने के लिए भी कहा। उपायुक्त ने कहा कि नशा वह जहर है जो समाज को भरने नहीं देता युवाओं को मार्ग से पथ भ्रष्ट कर देता है।
    उपायुक्त डॉ. विरेन्द्र कुमार दहिया ने मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण सिर्फ सरकार की नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी है। जहां भी पानी ठहरता है, वहां मच्छरों का पनपना निश्चित है। ऐसे में हमें घर-घर जाकर जागरूकता फैलानी होगी। स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरे सतर्कता के साथ काम करें। हर वार्ड, हर गली में फॉगिंग और निरीक्षण अनिवार्य किया जाए। डॉ. दहिया ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अगर किसी भी मकान या संस्थान में लार्वा पाया जाता है तो तुरंत चालान और जुर्माना किया जाए।
    इस मौके पर सीएमओ डॉ. विजय मलिक ने कहा कि  सरकारी अस्पताल में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया की जांच और इलाज पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध है हमारा लक्ष्य है कि हर बुखार की जांच हो, हर मरीज को समय पर इलाज मिले। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया की मुफ्त जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
    उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने निजी लैब्स में भी (एलाईजा) बेस टेस्ट की कीमत 600 रुपए तय की है ताकि आमजन को अधिक खर्च न करना पड़े। डॉ. मलिक ने आम जन से अपील की कि बुखार होने पर स्वयं इलाज न करें। केवल प्रशिक्षित डॉक्टर की सलाह लें और जल्द जांच कराएं। बीमारी को जितनी जल्दी पहचाना जाएगा, इलाज उतना ही प्रभावी होगा।

स्वस्थ विभाग के अनुसार ठंड लगकर तेज बुखार आना, पसीना आकर बुखार उतरना,सिर दर्द, शरीर में दर्द और उल्टी,हर बुखार मलेरिया हो सकता है  इसे नजरअंदाज न करें।

डेंगू के लक्षण:

अचानक तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, शरीर पर चकत्ते भूख न लगना, उल्टी, कमजोरी प्रमुख लक्षण हैं।

चिकनगुनिया के लक्षण:

तेज बुखार के साथ जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, भूख कम लगना, जी मिचलाना प्रमुख है।

रोकथाम के आसान उपाय - हर घर को अपनाने चाहिए

हर रविवार को ड्राई डे मनाएं - कूलर, गमले, बर्तन आदि को खाली कर सुखाएं। छतों, छज्जों और आसपास पानी जमा न होने दें। पानी जमा करने वाले गड्ढों को मिट्टी से भरें। पूरी बाजू के कपड़े पहनें, मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगाएं।

उपायुक्त और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आम नागरिक से अपील करते हुए कहा है कि अगर आपके पास कोई सुझाव, शिकायत या जानकारी है तो इसको लेकर नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त एवं निगम कमिश्नर डॉक्टर पंकज, एसडीएम समालखा अमित कुमार, एसडीएम इसराना नवदीप नैन, सीएमओ डॉ विजय मलिक,डीईओ राकेश बूरा,डॉक्टर केतन भारद्वाज, डॉ. ललित वर्मा व कई अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

img
img