PANIPAT AAJKAL : संस्कृत हम सब की मातृभाषा है.आधुनिक समय में विद्यार्थियों में संस्कृत के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए आर्य गर्ल्स पब्लिक स्कूल के प्रांगण में संस्कृत विभाग के तत्वाधान में आज अंतर सदन श्लोक गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । आज के इस रोचक कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की आत्म अभिव्यक्ति को सबके सम्मुख लाना था।
विद्यालय की ओर से चारों सदनो के प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर श्लोक गायन करके सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। गीता के द्वारा दिए गए कर्म संदेश पर आधारित विभिन्न शलोको को तथा परोपकार ,नीति एवं प्रतिदिन के यज्ञ हवन पर आधारित श्लोकों के द्वारा प्रतिभागिओं ने अपनी प्रस्तुति से सभी को रोमांचित कर दिया। निर्णायक की भूमिका विद्यालय की उप प्रधानाचार्या अनुभा गुप्ता एवं जूनियर विंग प्रभारी रितु गोयल ने निभाई। विद्यालय की प्रधानाचार्या मीनाक्षी अरोड़ा एवं उपप्रधानाचार्या अनुभा गुप्ता ने प्रतियोगिता की बहुत सराहना की और प्रतिभागियों को उनके प्रयास के लिए बधाई दी तथा भविष्य में भी इसी प्रकार की प्रतियोगिताओं के चलन के लिए प्रेरित किया । विद्यालय की उप प्रधानाचार्या अनुभा गुप्ता ने आदित्य स्त्रोत सुना कर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत के बिना समाज का उत्थान पूर्णतया नहीं हो सकता ।संस्कृत विभाग अध्यक्षा नीलम मिगलानी ने कहा कि संस्कृत और संस्कार एक दूसरे के पूरक हैं ।आज के विषम परिस्थितियों में दोनों का ही होना अत्यंत अनिवार्य है ।इसलिए सभी बच्चों को अधिक से अधिक संस्कृत का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए ।संस्कृत एक भाषा नहीं, बल्कि भाषाओं की जननी है। संस्कृत का शब्दकोश बहुत ही विस्तृत है। इसमें 102 अरब 78 करोड़ शब्द हैं। इसे देव वाणी की संज्ञा दी जाती है। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर विवेकानंद सदन द्वितीय स्थान पर नेहरु सदन तथा तृतीय स्थान पर दयानंद सदन रहा। इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन में संस्कृत विभाग अध्यक्षा श्रीमती नीलम मिगलानी एवं अध्यापिका शालिनी का विशेष योगदान रहा।इस अवसर पर विद्यालय की सभी अध्यापिकाएं छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए सभागार में उपस्थित रही।