PANIPAT AAJKAL : आई.बी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्लेसमेंट एंड करियर गाइडेंस इकाई एवं मेधा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय के छात्रों के लिए "सरकारी क्षेत्र में इंटर्नशिप के सुनहरे अवसर" विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया।इसी के साथ पूर्व समय में करवाई गई असर इंटर्नशिप के विद्यार्थियों के लिए सर्टिफिकेट वितरण सेरिमनी भी कराई गई। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शशि प्रभा मलिक, प्लेसमेंट एवं कैरियर गाइडेंस इकाई की संयोजिका डॉ. अर्पणा गर्ग, डॉ नेहा पुनिया एवं मेधा फाउंडेशन से मिस्टर शाहिद द्वारा असर से आए हुए मुख्य अतिथि संदीप कुमार, स्टेट एसोसिएट को समिति चिन्ह और पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ .शशी प्रभा मलिक ने कहा कि पहले जो शिक्षा पद्धति थी वह सिर्फ व्यावहारिक थी परंतु अब यह व्यावहारिक के साथ कौशल पूर्ण भी हो गई है। इसी क्रम में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यार्थियों के लिए अब पढ़ाई के साथ-साथ इंटर्नशिप भी जरूरी हो गई है। और हमारा महाविद्यालय विद्यार्थियों को बहुत सारे इंटर्नशिप के विकल्प समय-समय पर प्रदान कर रहा है। इसी श्रृंखला में हमने अपने विद्यार्थियों के लिए सरकारी क्षेत्र में इंटर्नशिप के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन किया और इसके साथ ही असर नाम की इंटर्नशिप का अवसर प्रदान किया जिसके पूरा होने पर विद्यार्थियों को आज सर्टिफिकेट वितरित किए गए। इस अवसर पर प्लेसमेंट एवं करियर गाइडेंस इकाई की संयोजिका डॉ. अर्पणा गर्ग ने कहा कि असर की इंटर्नशिप को 6 दिनों की श्रृंखला में पूरा किया गया था जिसमें तीन दिन विद्यार्थियों को ट्रेनिंग दी गई और दो दिनों में सर्वेक्षण का काम दिया गया। इसके अलावा छठे दिन विद्यार्थियों के द्वारा इस सर्वेक्षण की पूरी रिपोर्ट जमा करवाई गई। उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन "प्रथम फाउंडेशन" के अंतर्गत वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (ASER) द्वारा किया गया था जिसके पूरा होने पर आज लगभग 60 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। इस अवसर पर असर से आए हुए मुख्य वक्ता श्री संदीप कुमार, स्टेट एसोसिएट, असर ने कहा कि हमारे देश के अधिकांश युवा सरकारी क्षेत्र में नौकरी पाने की इच्छा रखते हैं।ग्रेजुएशन के बाद सरकारी नौकरियों की सबसे अधिक मांग होती है और युवा स्नातक के बाद विभिन्न अवसरों की तलाश करते हैं। सरकारी क्षेत्र मे नौकरी के लिए यूपीएससी, एसएससी, आरआरबी, बैंकों जैसे विभिन्न निकायों द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जो नए स्नातक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान करती हैं। इसके अलावा उन्होंने असर के बारे में बताते हुए कहा कि आज के युग में ASER प्रथम फाउंडेशन के नेतृत्व में एक वार्षिक, घरेलू सर्वेक्षण है जिसका उद्देश्य यह समझना है कि क्या ग्रामीण भारत में बच्चे स्कूल में नामांकित हैं और क्या वे सीख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को इस तरह की इंटर्नशिप के तहत अपने विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल एक्सपोजर मिलता है। इस प्रोग्राम में मंच का संचालन रुचिका बत्रा द्वारा किया गया। इस अवसर के सफल आयोजन में निशा गुप्ता, रुचिका और मेधा फाउंडेशन से मिस्टर शाहिद, मिस छवि और मिस्टर अमन ने अहम भूमिका निभाई।