PANIPAT AAJKAL : 28 नवम्बर 2024 , थाना मतलौडा पुलिस ने थाना क्षेत्र के एक गांव में पांच वर्षीय एक बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी पड़ोसी को बुधवार देर शाम को गिरफ्तार किया। आरोपी की उम्र 51 वर्ष है।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री सतीश वत्स ने बताया कि आरोपी रिश्ते में बच्ची का दादा लगता है। पूछताछ में आरोपी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। आरोपी नशा करने का आदी है। पूछताछ के बाद पुलिस ने वीरवार को आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि थाना मतलौडा में क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने शिकायत देकर बताया था कि उसकी 5 वर्षीय बेटी 26 नवम्बर को साय करीब 4 बजे घर के बाहर गली में खेल रही थी। पड़ोसी कृष्ण बच्ची को 20 रूपये का नोट देकर चीज दिलाने के बहाने बहला फुसलाकर अपने घर ले गया। जहा कृष्ण ने बच्ची के साथ जबरदस्ती गलत काम (दुष्कर्म) किया। आरोपी ने गलत काम करने के बाद बच्ची को डराया कि मम्मी पापा को कुछ बताया तो वह उसे जांन से मार देगा। बच्ची घर आई तो मां ने हालत देख प्यार से पूछा तो बच्ची ने आरोपी दादा की दरिंदगी बया की। उन्होंने बच्ची को अपने रिश्तेदार से गोद ले रखा है। पुलिस ने बच्ची का तुरंत मेडिकल कराने के बाद आरोपी के खिलाफ थाना मतलौडा में बीएनएस की धारा 65(2) 351(2) व 6 पॉक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर आरोपी की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
अभिभावक बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे बताए : एसपी लोकेंद्र सिंह आईपीएस
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को "गुड टच" और "बैड टच" के बारे में समझाएं। इसी के साथ बच्चों को सिखाएं कि अगर कोई भी अनजान व्यक्ति उन्हें किसी प्रकार की मिठाई, चॉकलेट या अन्य खाने-पीने की चीजों का लालच दे, तो वे उसे मना करें और उस व्यक्ति से दूर भागें। किसी प्रकार के खाने-पीने की चीजों का प्रलोभन देकर उनसे अपनी बात मनवाने की कोशिश करता है, तो उसका तुरंत विरोध करें। बच्चों की घर के बाहर खेलते समय पूरी तरह से निगरानी रखें। बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ही खेलने भेजें और उन्हें यह समझाएं कि वे किसी अनजान व्यक्ति से बातचीत न करें, खासकर अगर वह उन्हें अकेले बुलाए। बच्चों को यह भी बताएं कि यदि कोई व्यक्ति उन्हें अकेला देखकर रास्ते से हटा कर ले जाने की कोशिश करे, तो वे जोर से चिल्लाकर मदद मांगें। अभिभावक अपने आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि को महसूस करें, जैसे कि कोई अनजान व्यक्ति बच्चों के पास आकर बातचीत करने की कोशिश करता हो या किसी अनजान व्यक्ति की गतिविधियां असामान्य लगती हों, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पानीपत पुलिस इस दिशा में लगातार काम कर रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा केवल अभिभावकों का कर्तव्य नहीं है, बल्कि यह समाज की सामूहिक जिम्मेदारी भी है। हर नागरिक को इस दिशा में अपनी भूमिका निभानी चाहिए और बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को शारीरिक शोषण और यौन उत्पीड़न की घटनाओं से बचाने व सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए जिला पुलिस भरसक प्रयासरत है। दुर्गा शक्ति व महिला थाना की टीमें लगातार स्कूल, कॉलेज, कॉलोनियों व गांवों में जाकर विद्यार्थियों व अभिभावकों को सुरक्षा संबंधित जानकारी देकर जागरूक कर रही है।