पीकेजी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में दीवाली मेले का आयोजन किया.

admin  1 month, 1 week ago Top Stories

PANIPAT AAJKAL : शिक्षा की गुणवत्ता में नवीन आयाम छू रहे पीकेजी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मतलोडा में दिवाली मेले का आयोजन किया गया। कॉलेज के छात्र-छात्रा ने न सिर्फ रंगारंग कार्यक्रम पेश किया बल्कि अपनी प्रतिभा को अलग-अलग स्टालों के साथ में निखारते हुए सक्रियता से आयोजन किया। दिवाली मेले में अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया तो वहीं शहर के गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत कर आयोजन में चार चांद लगा दिए।

कॉलेज के डायरेक्टर प्रोफेसर (डॉ.) राजेश गार्गी ने बताया कि छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व के विकास और आधुनिक दौर में बाज़ार के प्रमाण का वास्तविक ज्ञान प्राप्त करने के लिए दिवाली मेले का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी सुंदर प्रस्तुतियां भी दी हैं और दिवाली मेले के लिए एक साथ आए हैं।जीवंत सेटिंग, रंग-बिरंगे स्टॉल, सजावट, लाइटिंग, संगीत, विद्यालय में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए, जिनमें खेल के स्टॉल, खाद्य सामग्री, साज-सज्जा के समान, सुसज्जित दीये, मोमबत्ती और रंगोली आदि के स्टॉल प्रमुख रहे। साथ ही खेलों और स्वादिष्ट खाने के स्टॉल ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि और अतिथियों के स्वागत व फीता काटकर हुई। परिसर को फूलों, रोशनी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों से पूरी तरह से सजाया गया था। छात्रों द्वारा एक के बाद एक कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और छात्रों ने विभिन्न खेल खेलकर दिवाली मेले का आनंद लिया। छात्रों को प्रेरित करने के लिए समारोह में उन्होंने कार्यक्रम में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र भेंट किए।

विद्यालय के चेयरमैन सीए गौरव जैन ने सभी को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आत्मनिर्भर छात्र बनाने के लिए दिवाली मेला का आयोजन किया गया है। उन्होंने छात्रों को सभी त्योहारों का आनंद लेने और सम्मान करने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस कार्यक्रम का सफल आयोजन प्रोफेसर पूजा झा, गुरमीन कौर, चंचल गोयल, प्रीति चोपड़ा और साहिल बटला के द्वार विभागाध्यक्ष डॉ. अमित शर्मा की देखरेख में किया गया। डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि पीकेजी कॉलेज लगातार महाविद्यालय में छात्र - छात्राओं को हस्त-शिल्प में निपुण बना रहा है। उनोहने बताया कि इस तरह की कार्य शालाएं छात्राओं में न केवल उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देती हैं, बल्कि व्यावहारिक कौशल विकसित करने में भी मदद करती हैं। इस प्रकार मेलों से छात्रों के भीतर छिपी प्रतिभाओं को सार्वजनिक किए जाने का मौका मिलता है साथ ही छात्रों को अपना हुनर दिखाने का मौका और हौसला भी बढ़ता है। 

अन्त में डायरेक्टर प्रोफेसर (डॉ.) राजेश गार्गी ने राखी, तंजुम, मंजीत, लक्ष्य, शिवम, श्रुति, दिशा, नैन्सी, अनु, अनमोल, तनीषा, देव, विनीत, अमन, वंशिका, श्रेया, उर्वशी, गौरव, प्रियांशु और हार्दिक हस्तशिल्प के उत्पादों की काफी प्रशंसा की और उनोहने कहा कि स्कूल में दीपावली महोत्सव मेला कार्यक्रम आयोजित करना बच्चों के अंदर नया कुछ करने की ललक पैदा करना है।

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