महेश ने जिला सचिवालय में उपायुक्त डॉ. विरेंद्र कुमार दहिया से मुलाकात कर की रवानगी
PANIPAT AAJKAL , 25 मार्च, साईकिल यात्रा करके अंगदान और मानवता का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए निकले महेश कुमार की अम्र ज्यादा नहीं है वे बीसीए स्नातक हैं व उनके पिता जी वायु सेना में सेवाएं प्रदान कर सेवानिवृत हो चुके हैं। करीब 14 देशों में अंग दान करने व सामाजिक मुददों को संदेश पहुंचाने को लेकर निकले महेश रेवाड़ी से साईकिल पर हौंसले के साथ निकले है। मन में विश्वास , दृढ निश्चय के साथ मंगलवार को उपायुक्त डॉ. वीरेन्द्र कुमार दहिया से जिला सचिवालय में शिष्टïाचार भेंट कर आशीर्वाद लिया व अपने मिशन की जानकारी दी। उपायुक्त व प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके मिशन को सराहनीय बताया व उन्हें यात्रा की शुभकमानाएं देते हुए उनकी यात्रामंगलमय हो कि कामना की। जिला परिषद सीईओ डॉ.किरण ने जिला सचिवालय से उन्हें शुभकामनाएं देकर रवाना किया।
महेश ने बताया कि वे नेपाल, भुटान, वेतनाम, थाईलेंड, मलेशिया, सिंगापुर, इण्डोनेशिया, फिलिपिंस और चीन जैसे देशों से होते हुए हॉंग-कॉंग तक साईकिल पर जाएंगे। उनकी यह पहल न केवल शारिरिक साहस का प्रतीक है बल्कि एक गहरा सामाजिक संदेश भी समाज को दे रही है।
उन्होंने बताया कि अंगदान जैसे महत्वपूर्ण मुद्ïदे पर जागरूकता फैलाना उनके मिशन का हिस्सा है। यात्रा जनवरी में प्रारम्भ की ह व 1 हजार किलो मीटर का रास्ता तय करके सोमवार को यात्री पानीपत पहुंची। उन्होंने बताया कि वे रेवाड़ी से कश्मीर, कन्याकुमारी चार हजार किलोमीटर सोलो साईक्लिंग कर चुके हैं। इंडिया गेट से मुम्बई तक भी यात्रा उन्होंने 1500 किलोमीटर यात्रा 37 दिन में पूरी की।
उन्होंने बताया कि वे बीसीए से ग्रेजुएट व उनके घर में उनके पिता-माता, एक भाई, एक बहन है। उन्होंने बताया कि वे स्वामी विवेकानंद से प्रभावित है। वे करनाल से होते हुए कुरूक्षेत्र, अम्बाला, चण्डीगढ़ रूट से अपनी यात्रा को आगे बढाएंगे।
उन्होंने बताया कि 300 के करीब जगहों पर उनका अभिनंदन भी लोगों द्वारा किया गया है। मुख्यंमंत्री नायब सिंह, कैबिनेट मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह, खेल मंत्री मनसुख मांडाविया ने भी उनके इस कार्य की प्रशंसा की और उनका हौंसला बढ़ाते हुए उनकी मंगलमय यात्रा की कामना की है।