निःस्वार्थ भाव से असहाय लोगों की मदद कर रहा है मदद बैंक।
-मदद बैंक से जुड़े हैं पानीपत के 300 से ज्यादा उद्योगपति व समाजसेवी।
PANIPAT AAJKAL : जीवन में संस्कारों का महत्व सबसे अधिक है। निस्वार्थ भाव से यथासंभव जरूरतमंद की मदद करना और समाज सेवा के कार्यों में लगा रहना हमारे संस्कारों की विशिष्ट पहचान है। समाज सेवा के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं होती। मन में समाज सेवा का भाव हो तो आप किसी भी असहाय, बीमार, लाचार व्यक्ति की मदद कर सकते हैं।
पानीपत क्षेत्र में सामाजिक संस्था मदद बैंक इस विचार को आगे बढ़ने का काम कर रही है।
वर्ष 2020 में जब कोरोना महामारी से लोग बेहाल हो रहे थे तब विक्की बत्रा (वैभव) ने राशन किट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना शुरू किया। शुरुवात अकेले की थी उसके बाद उनके साथ समान विचारधारा रखने वाले पानीपत के समाजसेवी व उद्योगपति जुड़ते चले गए और मदद बैंक संस्था की शुरुआत हुई।
मदद बैंक संस्था से अब पानीपत के करीब 300 उद्योगपति व समाज सेवी जुड़े हैं।
सोशल मीडिया ग्रुप में जुड़े होने के कारण सभी 24 घंटे मदद के लिए तैयार रहते हैं।
गरीब बच्चों की शिक्षा, असहाय व्यक्तियों के लिए उपचार की व्यवस्था व मेडिकल हेल्प , समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाना, दुर्घटनाग्रस्त लोगों के ऑपरेशन में आर्थिक मदद प्रदान करना, डेंगू पीड़ित व अन्य मरीजों के लिए रक्त व प्लेटलेट्स उपलब्ध करवाना मदद बैंक की मुख्य सेवाओं में शामिल है।
मदद बैंक द्वारा 4 साल में अब तक 7 ब्लड डोनेशन कैंप लगाए जा चुके हैं। सैकड़ो लोगों को ऑपरेशन के लिए आर्थिक मदद प्रदान की जा चुकी है।
विक्की बत्रा ने बताया कि संगठन की ताकत बहुत बड़ी ताकत होती है। एकजुट होकर किया गया प्रयास अलग मायने रखता है। संगठन की ताकत का एहसास तब हुआ जब मदद बैंक से जुड़े समाजसेवियों ने दिल खोलकर मदद की और 6 वर्षीय बच्ची के बोन मैरो ट्रांसप्लांट में अस्पताल के 60 लाख के बिल में 30 लाख का योगदान दिया । कैंसर पीड़ित डेढ़ वर्षीय बच्चे के उपचार के लिए 14 लाख रुपए का योगदान भी संस्था से जुड़े सभी लोगों के द्वारा किया गया।
मदद बैंक संस्था के द्वारा अब तक उपचार के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपए की आर्थिक मदद की जा चुकी है। आगे भी मदद जारी रहेगी।
वैभव बत्रा (विक्की) ने बताया कि जब भी मदद बैंक के पास कोई व्यक्ति मदद मांगने आता है तो व्यक्ति की मदद के लिए एक संदेश सोशल मीडिया ग्रुप में डाल दिया जाता है इसके पश्चात तुरंत क्राउड फंडिंग के जरिए पैसे का इंतजाम हो जाता है और मदद लेने आए व्यक्ति को मदद मिल जाती है।
आर्थिक मदद के अलावा यदि किसी मरीज को खून या प्लेटलेट्स की जरूरत होती है तो अस्पताल के डिमांड लेटर व ब्लड ग्रुप की जानकारी सोशल मीडिया ग्रुप में डाली जाती है इसके पश्चात तुरंत रक्तदाता स्वेच्छा से रक्तदान करने पहुंच जाते है इस प्रकार मेडिकल इमरजेंसी में रक्त व प्लेटलेट्स की डिमांड पूरी हो जाती है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष सैकड़ो मरीजों को रक्त व प्लेटलेट्स मदद बैंक से जुड़े समाजसेवी उपलब्ध करवाते हैं। मदद बैंक के सहयोग से यदि किसी मरीज की जान बच जाए तो हमारा उद्देश्य पूरा हो जाता है।
वर्तमान में डेंगू बीमारी से पीड़ित मरीजों के रोजाना कई डिमांड लेटर आते हैं सभी की मदद मदद बैंक द्वारा की जाती है।
गरीब परिवारों के छोटे बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी भी मदद बैंक बखूबी निभा रहा है। पानीपत के 31बच्चों की स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी मदद बैंक द्वारा निभाई जा रही है।
100 स्कूली बच्चों की कॉपी, किताब, वर्दी,बैग इत्यादि का खर्चा हर वर्ष मदद बैंक के द्वारा दिया जाता है।निराश्रित,गरीब,असहाय,विधवा महिलाओं को हर महीने राशन किट प्रदान की जाती है। ताकि वह अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।
प्रोफेशनल डॉक्टर्स का भी मिल रहा पूरा सहयोग।
समाजसेवियों के अलावा मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े प्रोफेशनल डॉक्टर्स का भी भरपूर सहयोग मदद बैंक को मिल रहा है। आईबीएम हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर गौरव श्रीवास्तव हमेशा संस्था का सहयोग करते हैं। बहुत कम खर्चे में मरीज का इलाज करते हैं। डॉ नरेश चुघ के द्वारा घायल गरीब मरीजों की पट्टी प्लास्टर की सेवा निशुल्क दी जाती है।जो मरीज घर से अस्पताल तक नहीं जा पाते मगर बीमार है उनका इलाज डॉक्टर सचिन गंभीर के द्वारा घर पर ही किया जाता है।
मदद बैंक संस्था के साथ विक्की बत्रा(वैभव), सागर खुराना, मनोज डूडेजा, अभिषेक चुघ, राहुल गाबा, चमन गुलाटी, समाजसेवी अमित आहूजा, समाजसेवी चंद्र कत्याल, समाजसेवी अंशुल अरोड़ा, हेमंत शर्मा, रवि अरोड़ा, अक्षय मिगलानी, जगदीश बत्रा, दलजीत सिंह, आशीष रावल, सीए रविंद्र सिंह, देव चावला, आकाश गाबा, सोनू शर्मा, रिकी अरोड़ा, अमित पंडित, अमन मान, योगेश शर्मा, गौरव चुघ, पूजा नारंग, कोमल मदान, अनुराधा सेठी व अन्य कई सम्मानित समाजसेवी जुड़े हुए है।
शहर की धार्मिक संस्थाएं, राजनीति लोग, शहर के प्रमुख समाजसेवी ,शहर की युवा पीढ़ी, महिलाए, बाजारों के दुकानदार व शहर के उद्योगपति मदद बैंक को अपना सहयोग व समय देते हैं।
बरहाल इतना कहा जा सकता है कि मदद बैंक संगठन की ताकत के बल पर समाजसेवा के कार्यों को भली भांति अंजाम दे रहा है। भविष्य में पानीपत के और अधिक समाजसेवी इस संस्था के साथ जुड़कर संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति करेंगे और संस्था सामाजिक क्षेत्र के कार्यों में नया मुकाम हासिल करेगी।